#12- प्रियंका को राहुल की कुर्सी...सपा-बसपा को चुनौती.. कांग्रेस ने चला दिया मोदी के खिलाफ सबसे बड़ा अस्त्र...

ना ना करते आज प्रियंका रॉबर्ट वाड्रा की कांग्रेस में एंट्री हो ही गई। यह एंट्री वैसे ही है जैसे कांग्रेस में गांधी परिवार के किसी उत्तराधिकारी की होती है वैसे ही कांग्रेस महासचिव के रूप में पार्टी में शामिल हुई हैं।

 अध्यक्ष उनके बड़े भाई राहुल गांधी हैं और मां सोनिया गांधी  कांग्रेस पार्टी की अभी भी आलाकमान है ।
कांग्रेस का अपना एक इतिहास है भारत में अंग्रेजी शासन के प्रति बढ़ते जनाक्रोश को समझ कर ही  अंग्रेज अधिकारी ए यू होम द्वारा स्थापित कांग्रेस गांधी नेहरू परिवार के आसपास ही घूमती रही है।
 सवा सो साल पुरानी कांग्रेस पिछले 60 सालों में एकाध अपवाद को छोड़ दें बाकी सदैव गांधी परिवार के पास ही कमान रही है ।
राहुल गांधी अध्यक्ष बनने से पूर्व अपनी मां सोनिया गांधी के सहयोग के लिए बतौर महासचिव कांग्रेस में शामिल हुए थे और उन्हें बाद में अध्यक्ष की ताजपोशी कर दी गई थी उसी प्रकार प्रियंका गांधी को महासचिव बनाया गया है ।
आज ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन है जो कांग्रेस के दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए परंतु गांधी- नेहरू से मतभेदों के चलते उन्हें काम करने का अवसर नहीं मिला था और उन्होंने कांग्रेस को सदा के लिए अलविदा कह कर अपना फॉरवर्ड ब्लॉक नाम का राजनीतिक संगठन स्थापित किया गया था ।
इसके बाद में उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना कर उसके सेनापति के रूप में अतुलनीय योगदान भारत की आजादी के लिए दिया ।
प्रियंका वाड्रा की भले ही आज विधिवत रूप से ताजपोशी हुई हो पर वे पर्दे के पीछे रहकर हमेशा अपनी मां और अपने भाई को सलाह देती रही है।
 तीन राज्यों में हाल ही में बनी सरकार के मुख्यमंत्री चयन में भी प्रियंका वाड्रा का दखल महत्वपूर्ण माना जाता है, परंतु आने वाले दिनों में रॉबर्ट वाड्रा केस में कांग्रेस को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है इस को ध्यान में रखते हुए संभवत उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई है ताकि उनके मामले का राजनीतिकरण कर फायदा उठाया जा सके ।
राजस्थान की जोधपुर हाइकोर्ट पीठ ने रॉबर्ट वाड्रा को 12 फरवरी को ईडी की पूछताछ में हाजिर होने का आदेश दिया है वहीं मनी लांड्रिंग के केस में अगली सुनवाई 18 फरवरी को होगी।
कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा बरसों से राहुल गांधी को बतौर नेता स्वीकार नहीं कर पा रहा था और वे चाहते थे कि प्रियंका गांधी कांग्रेस की कमान संभाले ।
अनेक बार कांग्रेस के अधिवेशन और सम्मेलनों में प्रियंका गांधी के होर्डिंग पोस्टर लगाकर उनसे जुड़े हुए लोगों ने उन्हें लोकप्रिय बताने की कोशिश भी की थी ।
खैर,प्रियंका वाड्रा की कांग्रेस में अधिकृत और औपचारिक एंट्री हो गई है और माना जाता है कि वे रायबरेली अथवा अमेठी से अगला लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं।
प्रियंका वाड्रा का कांग्रेस में औपचारिक आगमन यूपी में सपा-बसपा के भुआ-बबुआ गठबंधन द्वारा 2 सीट देकर कमत्तर आंकने पर भैया के जबाब के रूप में देखा जा रहा है।
।।शिव।।

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