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प्रियंका के पति और सास से हुई पूछताछ,79 लाख में सेना की जमीन खरीद 5 करोड़ में बेचने के मामले ही हो रही है जांच।
स्वागत में लगाये कांग्रेस ने होर्डिंग्स...क्या प्रियंका की नजरें राजस्थान की किसी सीट पर भी है..?

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजाजी और अध्यक्ष की बहिन और पार्टी महासचिव के पति रॉबर्ट वाड्रा आज जयपुर में ईडी के सामने पेश हुए।
जब दामादजी का आना हुआ तो पीछे पीछे दीदी भी आई और राजस्थान में तो परम्परा है...पावणा तो गांव के भी अपने ही होते है तो होर्डिंग लगा दिए शहर में....
कट्टर सोच नहीं युवा जोश....और नीचे तीन लोगों की फ़ोटो लगा दी...राहुल,प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा की...
अब कोई उनसे पूछे भाई ये बताओ ...यह होर्डिंग वाला जोश महंगा ना पड़ जाए उन स्थितियों में जब कॉन्ग्रेस राफेल राफेल खेल रही हो क्योंकि जोश जोश में दामाद जी की कम्पनी ने सेना की फायरिंग रेंज की जमीन को खरीद लिया था और ऐसे तरीके से जिसके लिए उन्हें अदालत और जांच का सामना करना पड़ता है।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने इस स्वागत सत्कार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी आरोपी का स्वागत सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से किया जाना अपने आप में सवाल खड़े करता है और अधिकारियों को कहीं इस केस को मैनेज करने का मैसेज है...पर राजस्थान का स्वाभिमान का इतिहास रहा है....
भाजपा कुछ भी कहे  इससे कांग्रेस को क्या वास्ता उसके लिए तो युवा जोश से लबरेज अपने अध्यक्ष जी के जीजाजी और महासचिव के पति परमेश्वर के लिए पलक पावड़े बिछाने ही थे।
फ़ाइल फ़ोटो-ANI से साभार
हाँ, चाय की थड़ी पर बैठे कोलायत के किशनलाल ने कहा आचार संहिता लगने वाली है और रॉबर्ट वाड्रा जांचों में उलझे है इसके कारण प्रियंकाजी बार बार उन्हें छोड़ने जाती है,कहीं किसी मामले में जेल चले गए तो पार्टी की संभावनाओं पर असर पड़ेगा वहीं जयपुर क़े फिरोज खान उससे उलट विचार के साथ कहते है,दामादजी ने पत्नी का ध्यान रखने का कह दिया,अब  प्रियंका और कांग्रेस इस परेशानी को ही भुनाने की कोशिश करेंगे।
फ़ोटो ANI से साभार
वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने बीकानेर जिले के कोलायत में 79 लाख में 270 बीघा जमीन खरीदकर तीन साल बाद 5.15 करोड़ में बेच दी। ईडी ने कई बार समन जारी किए तो वाड्रा ने राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर पीठ में अपील दायर कर पूछताछ पर सवाल उठाए थे। लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली। ईडी का कहना है कि पूछताछ के बाद ही मामले में वाड्रा की भूमिका स्पष्ट हो पाएगी।
क्या है वाड्रा का मामला?
 2007 में वाड्रा ने स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी बनाई। वाड्रा और उनकी मां मौरिन कंपनी की डायरेक्टर है,फिर कंपनी का नाम बदल कर स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड लायबिलिटी कर दिया गया। शुरुआत में पंजीयन करवाते समय  कंपनी रेस्टोरेंट, बार और कैंटीन चलाने जैसे काम करने की जानकारी दी गयी थी।

 सेना की जमीन का हो गया सौदा....
वाड्रा की कंपनी ने 2012 में कोलायत क्षेत्र में 270 बीघा जमीन 79 लाख रुपए में खरीदी जो कि बीकानेर में भारतीय सेना की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज की जमीन थी। इस जमीन के कुछ हिस्से पर विस्थापित लोगों को बसाया गया था, लेकिन उनमें से कुछ के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर जमीन वाड्रा की कंपनी को बेच दी गयी, जबकि सेना की जमीन बेची नहीं जा सकती।
उस समय राज्य में कांग्रेस सरकार थी बाद में वाड्रा की कंपनी ने यह जमीन पांच करोड़ से अधिक रुपए में बेची।

2013 के अंत में  राजस्थान में बनी भाजपा सरकार  ने इस जमीन सौदे की जांच शुरू कराई। 2014 में जमीन सौदों को लेकर  16 मामले दर्ज कराए गए। इनमें से चार मामलों में वाड्रा की कंपनी जुड़ी है।
राज्य सरकार ने द्वारा आग्रह करने पर सीबीआई ने 31 अगस्त 2017 को आईपीसी की धारा 420, 461, 478 व 471 के तहत मामला दर्ज किया।
 इसी बीच 2015 में मनी लांड्रिंग से जुड़े इस मामले की जांच ईडी ने शुरू की। जांच एजेंसी को वाड्रा की कंपनी से जमीन खरीदने वाली कंपनी एलजेनी फिनलीज प्राइवेट लिमिटेड पर भी शक है। जमीन खरीदने के लिए इस कंपनी ने भूषण पावर और स्टील से करीब साढ़े पांच करोड़ का कर्ज लिया था। बाद में सरकार ने भूषण स्टील को करोड़ों रुपए की  विभिन्न करों में राहत दे थी।

क्या रायबरेली (यूपी) के साथ साथ अजमेर पर भी है निगाहें..?
प्रियंका के लिए सोनिया गांधी वाली रायबरेली सीट के अलावा सचिन पायलट-रघु शर्मा वाली अजमेर सीट पर संभावना टटोलने की जानकारी भी छन छन कर आ रही है वहीं राहुल उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट के अलावा मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट पर भी नज़र जमाये हुए है।
कांग्रेस रणनीतिकारों का मानना है इससे इन तीनों राज्यों के साथ साथ महाराष्ट्र में भी संभावनाओं पर फर्क पड़ेगा।
।।शिव।।

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