आज देखो चांद....आज कुछ खास है चंद्र दर्शन,आज चूके तो करना होगा 2555 दिन इंतज़ार।
भारत जहां हर दिन का अपना महत्व है,तो हर दिन की घटना का भी,इसीलिए हर दिन त्यौहार होता है....आज है माघ पूर्णिमा।
संत रविदास जी की जयंती। संत रैदास, भारतीय संत परम्परा के महानायक....मन चंगा तो कठौती में गंगा....
हमारे देश में हर महीने की पूर्णिमा का अपना महत्व है, इनमें माघ महीने की पूर्णिमा को भी बेहद खास माना जाता है।
लेकिन आज माघ का चांद खगोलीय घटना के लिहाज से भी बेहद खास है क्योंकि वैज्ञानिकों के मुताबिक आकाश में ऐसा खूबसूरत चांद आज के बाद 2555 दिनों बाद दिखाई देगा।
दरअसल, आज साल का सबसे बड़ा चांद दिखाई देने वाला है,जो केवल बड़ा ही नहीं बहुत खूबसूरत है।
वैज्ञानिकों के अनुसार चांद का ये अनोखा रूप केवल पूर्णिमा की वजह से ही नहीं, बल्कि एक खास खगोलीय वजह से दिखाई देगा. इस वजह से वैज्ञानिक इस खगोलीय घटना को सुपर स्नो मून कह रहे हैं।
दुनिया के कुछ देशों में इस खगोलीय घटना को स्ट्रॉम मून या हंगर मून या बोन मून कहा जा रहा है. यही नहीं अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक सुपर स्नो मून तब होता है, जब पूर्णिमा के दिन चांद-धरती के सबसे नजदीक होता है. इस वजह से इसका आकार और रोशनी आम पूर्णिमा के चांद के मुकाबले काफी अधिक होती है. इस दौरान चांद ज्यादा चमकीला और बड़ा दिखाई देता है। इसी लिए इस खगोलीय घटना को सुपर स्नो मून के नाम से जाना जाता है.आज का सुपर स्नो मून का समय रात 11:23 बजे तक ही है, इसलिए आज देख लीजिए अपने आसमान का चंद्रमा....नहीं तो फिर करिये इंतज़ार 2555 दिन...
।।शिव।।
भारत जहां हर दिन का अपना महत्व है,तो हर दिन की घटना का भी,इसीलिए हर दिन त्यौहार होता है....आज है माघ पूर्णिमा।
संत रविदास जी की जयंती। संत रैदास, भारतीय संत परम्परा के महानायक....मन चंगा तो कठौती में गंगा....
हमारे देश में हर महीने की पूर्णिमा का अपना महत्व है, इनमें माघ महीने की पूर्णिमा को भी बेहद खास माना जाता है।
लेकिन आज माघ का चांद खगोलीय घटना के लिहाज से भी बेहद खास है क्योंकि वैज्ञानिकों के मुताबिक आकाश में ऐसा खूबसूरत चांद आज के बाद 2555 दिनों बाद दिखाई देगा।
दरअसल, आज साल का सबसे बड़ा चांद दिखाई देने वाला है,जो केवल बड़ा ही नहीं बहुत खूबसूरत है।
वैज्ञानिकों के अनुसार चांद का ये अनोखा रूप केवल पूर्णिमा की वजह से ही नहीं, बल्कि एक खास खगोलीय वजह से दिखाई देगा. इस वजह से वैज्ञानिक इस खगोलीय घटना को सुपर स्नो मून कह रहे हैं।
दुनिया के कुछ देशों में इस खगोलीय घटना को स्ट्रॉम मून या हंगर मून या बोन मून कहा जा रहा है. यही नहीं अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक सुपर स्नो मून तब होता है, जब पूर्णिमा के दिन चांद-धरती के सबसे नजदीक होता है. इस वजह से इसका आकार और रोशनी आम पूर्णिमा के चांद के मुकाबले काफी अधिक होती है. इस दौरान चांद ज्यादा चमकीला और बड़ा दिखाई देता है। इसी लिए इस खगोलीय घटना को सुपर स्नो मून के नाम से जाना जाता है.आज का सुपर स्नो मून का समय रात 11:23 बजे तक ही है, इसलिए आज देख लीजिए अपने आसमान का चंद्रमा....नहीं तो फिर करिये इंतज़ार 2555 दिन...
।।शिव।।
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