माता जानकी का हनुमान जी को आशीर्वाद

क्या है माता जानकी के आशीर्वाद का अर्थ?

शक्ति उपासना का पर्व हो और बात हनुमान जी की नहीं हो तो फिर शक्ति की उपासना का पर्व अधूरा सा लगता है, क्योंकि बाबा हनुमंत लालजी  और शक्ति एक दूसरे के पूरक से लगते हैं ।

जब हम श्री हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, उसमें आता है - 

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता 
अस वर दीन जानकी माता 

अर्थात माता जानकी ने बाबा हनुमंत लाल जी को अष्ट सिद्धि और नौ निधि का दाता बना दिया।

 इसका यह मतलब भी  स्पष्ट है कि बाबा हनुमंत लाल जी अष्ट सिद्धि और नौ निधि देने के लिए अधिकृत हैं,उससे पहले उनके पास यह सिद्धियां और निधियां थी पर दे नहीं सकते थे पर जब माता जानकी ने उनका आशीर्वाद दे दिया, यह वरदान दे दिया तो फिर इसे देने के अधिकारी हो गए ।

क्या हमने कभी विचार किया है कि यह अष्ट सिद्धियां क्या है ? और नौ निधियाँ क्या है? आईए,जानते हैं अष्ट सिद्धि और नौ निधि के बारे में।

अष्ट सिद्धि

1.अणिमा, 2.महिमा, 3.गरिमा, 4.लघिमा, 5.प्राप्ति, 6.प्राकाम्, 7.ईशित्व, 8.वशित्व।


नौ निधि 

1.पद्म निधि, 2.महापद्म निधि, 3.नील निधि, 4.मुकुंद निधि, 5.नंद निधि, 6.मकर निधि, 7.कच्छप निधि, 8.शंख निधि, 9.खर्व निधि।

शेष अगली बार।

नवरात्र विचार १

चैत्र नवरात्र २०८२

।।शिव।।

Comments

Anonymous said…
अति उत्तम । आज कल के बच्चों को रामायण और महाभारत का ज्ञान कराना अति आवश्यक है ।
Anonymous said…
Jai jai Hanuman
Vinod Sharma said…
🙏🙏
Anonymous said…
Bahut sundar
Anonymous said…
Bahut sundar
Anonymous said…
जय श्री राम
Anonymous said…
जय जय श्री राम
बहुत बढ़िया। अष्ट सिद्धि नव निधि बताने के लिए साधुवाद 🙏🙏
Anonymous said…
सुंदर, जय बाला जी 🙏🏻💐💐

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